खेल प्रेमियों के लिए कभी खुशी कभी ग़म वाला रहा 2021 का वर्ष

2020 की कोरोना महामारी के बाद 2021 खेलों की दृष्टि से एक बेहतरीन साल रहा है, और सभी खिलाड़ी लगभग एक साल बाद दोबारा मैदान में उतरे। इस वर्ष ओलम्पिक, टी-20 क्रिकेट विश्वकप, ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप जैसे कई बड़े खेल आयोजन भी हुये । कई खेलों में भारत ने प्रतिभाग किया और अच्छा प्रदर्शन किया तो कुछ में परिणाम उम्मीद के विपरीत रहा।

चलिए एक नजर में देखते हैं कुछ प्रमुख खेलों में इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन....

क्रिकेट

देश के सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट लिए 2021 एक मिला जुला साल रहा। साल की शुरुआत में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को गाबा और सिडनी जैसे मैदानों पर हराकर टेस्ट सीरीज जीती तो वहीं इंग्लैंड में भी भारत ने टेस्ट सीरीज जीती। इसके अलावा टीम को पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। साथ टी-20 विश्वकप में भी पहली बार पाकिस्तान से हार मिली। इस वर्ष आईपीएल भी 2 चरणों में समाप्त हुआ। जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स ने चौथी बार इस खिताब को जीता। हालांकि साल का अंत जरूर क्रिकेट के लिए सुखद रहा। जिसमें उसने न्यूजीलैंड को घरेलू टेस्ट सीरीज में हराया। साथ ही इस वर्ष रोहित शर्मा रंगीन जर्सी के कप्तान बने और राहुल द्रविड़ टीम के मुख्य कोच।

Saurce - Hindustan Times

बैडमिंटन

बैडमिंटन में भारत को सबसे बड़ी सफलता ओलंपिक खेलों में मिली जिसमें स्टार खिलाड़ी पीवी संधू ने लगातर दूसरी बार ओलंपिक मेडल जीता। तो वहीं पैरालंपिक खेलों में DM सुभाष एल यथिराज ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। साल के अंत किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में 44 साल के जीते कुल 2 मेडल की बराबरी सिर्फ 1 ही टूर्नामेंट में कर ली।

Saurce - News18

हॉकी

भारतीय हॉकी टीम ने इस साल अपने प्रदर्शन से देश में पहचान और सम्मान के लिए तरस रहे खेल में नई जान फूंक दी। । 2021 भारत के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला और पुरुष दोनों टीमों ने अपने प्रदर्शन से दुनिया को चौंका दिया। पुरुष टीम ने जर्मनी को हराकर कांस्य पदक जीता तो वहीं महिला टीम कोई पदक तो नहीं जीत सकी, लेकिन टूर्नामेंट में कई दिग्गज टीमों को हराकर चौथे स्थान पर रही।

एशियन मेंस चैंपियनशिप में भारत तीसरे स्थान पर रहा। तो साथ ही भारत जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भी चौथे स्थान पर रहा।

Saurce - The Hindu

कुश्ती

2020 ओलंपिक खेलों में भारत के पहलवानों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करते हुये 2 पटक अपनी झोली में डाले। जिसमें रवि दहिया ने रजत पदक तो वहीं बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक अपने नाम किया। तो वहीं महिला खिलाड़ी कोई पदक तो नहीं जीत सकीं, लेकिन अंशु मलिक और विनेश फोगट जैसी खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से अगले ओलंपिक में पदक जीतने के संकेत दिये हैं।

साथ ही जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भी भारत ने कुल 11 पदक अपने नाम किए।

इसके अलावा चर्चित खिलाड़ी सुशील कुमार पर लगे हत्या के आरोपों की वज़ह से भी 2021 में कुश्ती सुर्खियों में रही।

Source - India Today

एथलेटिक्स

एथलेटिक्स में 2021 का साल स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जायेगा। जिसके सबसे बड़े हीरो बनकर उभरे भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा। टोक्यो ओलंपिक में नीरज ने 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर भारत को इस खेल में पहला स्वर्ण पदक दिलाया।

इसके साथ ही पैरालंपिक खेलों में भी भारत ने इतिहास रचते हुये 2 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य सहित कुल 8 पदक जीते। इसके अलावा भारत ने 36वें राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का भी सफल आयोजन किया।

Source - dnaindia

फुटबॉल

दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल को भारत में लोकप्रियता दिलाने के लिये 2021 में भी सुनील छेत्री, संदेश झींगन, मनीषा कल्याण और बाला देवी जैसे खिलाड़ी जद्दोजहद करते रहे। और बहुत हद तक वे इस कोशिश में कामयाब भी रहे हैं।

भारतीय टीम ने इस वर्ष मालदीव में हुये आठवें सैफ चैंपियनशिप खिताब को अपने नाम किया, लेकिन टीम 2023 में चीन में होने वाली एएफसी एशियन कप में क्वालिफाई करने में नाकाम रही।

साथ ही इस वर्ष सुनील छेत्री को ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भी दिया गया। इसके अलावा वह 80 गोल करने वाले सक्रिय खिलाड़ियों की सूची क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गये हैं।

Source - Aljazeera

बॉक्सिंग

अन्य खेलों की ही तरह इस खेल में भी अच्छी खबर ओलंपिक खेलों से ही आयी। जिसमें लवलीना बोरगोहेन ने एक और पदक भारत की झोली डाला। लवलीना ने 6 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता लेकिन पदक की एक और बड़ी दावेदार मैरीकॉम पदक से चूक गयीं। इसके अलावा पुरुषों ने जरूर देश को निराश किया और वे कोई पदक नहीं जीत सके।

भारतीय खिलाड़ियों को दूसरी प्रतियोगिताओं में भी निराशा ही हाथ लगी। मेंस वर्ल्ड चैंपियनशिप में गए 13 मुक्केबाजों में से सिर्फ आकाश कुमार ही एकमात्र पदक ही टीम को दिला सके।

Source - The Times of India

इसके अलावा भी भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया।

कई खिलाड़ियों ने अपने लचर प्रदर्शन से दर्शकों को निराश भी किया। जिसमें सबसे प्रमुख नाम विराट कोहली का है, कोहली का 2021 भी बिना किसी शतक के खत्म हो गया। साथ ही टीम इंडिया इस वर्ष टी-20 विश्वकप के पहले ही दौर से बाहर हो गई थी। इसके अलावा दीपिका कुमारी से तीरंदाजी में पदक की उम्मीद थी लेकिन वो भी असफल रहीं। इस लिस्ट में शरत कमल, अमित पंगल, सौरभ चौधरी, मनु भास्कर जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।

इसके अलावा कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया। जिसमें टेबिल टेनिस खिलाड़ी मोनिका बत्रा, गोल्फर अदिति अशोक, महिला हॉकी कप्तान रानी रामपाल, तलवारबाज भवानी देवी और तीरंदाज अतनू दास प्रमुख हैं।

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